31 जनवरी 2008

नींद की अनंत कमी

मैं अभी अपनी संगणक विज्ञान की कक्षा में बैठकर ऊब रहा हूं.

मुझे कुछ दिन पहले एहसास हुआ कि मैं अपने आप को पूरी तरह कभी भी सोने नहीं देता हूं. सुबह कक्षा हो तो उठना पड़ता है - उन दिनों मेरी ज्यादा से ज्यादा 6-7 घंटे की नींद होती होगी. लेकिन बाकी छात्रों की भी इतनी ही नींद होती होगी, तो उस हिसाब से मैं कुछ अलग नहीं हूं. पर सप्ताहांत को भी, प्रबोधन घड़ी लगाकर मैं अपने आप को 12 बजे से पहले उठा देता हूं. तब भी 7-8 घंटे की नींद से ज्यादा नहीं होती है. वेशेषज्ञों का कहना है कि मेरी उम्र के लोगों को 9 घंटे की नींद की जरूरत होती है, जो कभी मेरे लिए पूरी तो होती है नहीं. यह मेरी नींद की अनंत कमी... पता नहीं मेरी सेहत पर कैसा प्रभाव करेगी.

ऊकर अब मुझे कक्षा में नींद आ रही है. सोते सोते मुझे प्राध्यापक का वयाख्यान गाने जैसा सुनाई दे रहा है...

29 जनवरी 2008

पुनः पुनर्जन्म?

मैं पहले भी यहां लिखने की आदत बनाने की कोशिश कर चुका हूं.. पर कर नहीं पाया. अब फिर से कोशिश करने लगा हूं. शायद इस बार आदत टिकी रहे?

आदत बनाने की कोशिश में मैंने इस चिट्ठे का प्रारूप बदल डाला. सोचा कि अगर मुझे चिट्ठा देखना पसंद आए, तो शायद मेरा कुछ ना कुछ लिखने का भी मन करें.

चलो अभी के लिए इतना ही काफी हैं. आज-कल मेरी कुछ मध्यावधि परीक्षाएं चल रही हैं पर अगर आज रात को समय मिलता है तो कुछ और लिखूंगा.

मेरे बारे में

aevynn
कैलिफोर्निया का एक विश्वविद्यालयी छात्र