28 अगस्त 2006

विद्यालय का आरंभ

आज था छुट्टियों का अंतिम दिन, और कल से पाठशाला फ़िर से शुरू । बारहवीं कक्षा, यानि कि विश्वविद्यालय जाने के पहले अंतिम वर्ष । गृहकार्य, विश्वविद्यालय के आवेदन पत्र, वाद्यवृंद की यात्राएं, सुभे जल्दी जागना, सारी झंझटें कल से शुरू । पर... यह सब होते हुए भी, मुझे थोड़ी बहुत उत्तेजना हो रही है । मित्रों से मिलना, पाठशाला में सबसे बड़े होना... और मुझे एक-दो विषयओं में भी रुचि है, विशेषतः संगणक विज्ञान और "ज्ञान का अन्वेषण" । यह "ज्ञान का अन्वेषण" दर्शनशास्त्र और साहित्य की सम्मिलित कक्षा है । मुझे बहुत देर से दर्शनशास्त्र में तो रुचि रही है पर कभी उस विषय पर कक्षा लेने का मौका नहीं आया । और मुझे संगणक में तो रुचि है ही ।
और फ़िर होते हैं हर साल के नाटक... इस साल मेरी एक दोस्त का किसी दूसरी पाठशाला से एक प्रेमी आ रहा है । उससे एक बार मिलकर तो वह मुझे पसंद नहीं आया । पर देखते है... क्या पता कि उसे और अच्छी तरह जानकर वह पसंद आने लगे ? हाहा.. लड़कियां । क्या इस साल मैं, प्रेम का प्रेमी, भावुकता का अनुयायी, इस झंझट से दूर रह पाऊंगा ?
यह तो देखना ही पड़ेगा ।

मेरे बारे में

aevynn
कैलिफोर्निया का एक विश्वविद्यालयी छात्र